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बारिश के चलते फसल में देरी, और महंगा होगा लहसुन, थोक में 85 रुपए बिक रहा, रिटेल में 160 रुपए प्रति किलो

Source : business.khaskhabar.com | Nov 12, 2025 | businesskhaskhabar.com Commodity News Rss Feeds
 due to rain the harvest will be more expensive selling for ₹85 in wholesale and ₹160 in retail 767305जयपुर। लहसुन की कीमतें एक बार फिर से तेजी की ओर अग्रसर हैं। दिवाली से अब तक लहसुन के भावों में लगभग 15 रुपए प्रति किलो की मजबूती दर्ज की गई है। वर्तमान में लहसुन की थोक कीमतें 85 रुपए प्रति किलो के आसपास चल रही हैं। खेरुज में लहसुन क्वालिटी वाइज 150 से 160 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। स्थानीय राजधानी मंडी कूकरखेड़ा स्थित फर्म राधेश्याम चेतनदास के उमेश खत्री ने बताया कि इन दिनों बारिश के कारण लहसुन की फसल करीब एक माह देरी से आएगी। बता दें मध्य प्रदेश में नए लहसुन की आवक जनवरी के पहले सप्ताह में हो जाया करती है, लेकिन इस बार बारिश होने से यह जनवरी के अंतिम सप्ताह में आने की संभावना है। उमेश ने कहा कि यही वजह है कि लहसुन दिसंबर तक 15 से 20 रुपए प्रति किलो और महंगा होने के आसार हैं। देश में 50 फीसदी लहसुन की पैदावार मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर एवं रतलाम आदि उत्पादन केन्द्रों पर होती है। राजस्थान के झालावाड़, कोटा, बारां तथा छीपा बड़ौद आदि मंडियों में 30 फीसदी लहसुन की आवक होती है। शेष 20 प्रतिशत लहसुन पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं गुजरात में पैदा होता है। विदेशी लहसुन महंगा होने से यहां पर उसका पड़ता नहीं है। ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश लहसुन का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके बाद राजस्थान का स्थान आता है। जानकारों के अनुसार लहसुन के भावों में काफी अस्थिरता रहती है। दो-तीन साल पहले लहसुन की कीमतों में काफी उछाल आ गया था।

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