फीकी पड़ी चांदी की चमक, वायदे में 3.5 फीसदी गिरावट
Source : business.khaskhabar.com | Feb 29, 2020 | 

मुंबई। कोरोना के कहर से औद्योगिक मांग घटने के चलते चांदी की चमक फीकी
पड़ी। भारतीय वायदा बाजार में शुक्रवार को चांदी पिछले सत्र से करीब चार
फीसदी फिसली। औद्योगिक धातुओं की मांग सुस्त रहने के कारण चांदी में बीते
चार दिनों से गिरावट जारी है। ऊंचे भाव पर लिवाली घटने और बिकवाली बढ़ने से
सोने की तेजी पर भी ब्रेक लग गया है। विदेशी एवं घरेलू बाजार में पीली
धातु के दाम में भी गिरावट दर्ज की गई। कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं
कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी के दाम में गिरावट के कारण
घरेलू बाजार में दोनों धातुओं के भाव पर दबाव देखा जा रहा है।
मल्टी
कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर रात 8.50 बजे चांदी के मई एक्सपायरी
अनुबंध में पिछले सत्र से 1,503 रुपये यानी 3.22 फीसदी की गिरावट के साथ
45,155 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले कारोबार के
दौरान चांदी का भाव 4,4813 रुपये प्रति किलो तक फिसला।
एमसीएक्स पर
सोने के अप्रैल एक्सपायरी अनुबंध में 129 रुपये की गिरावट के साथ 42,256
रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले कारोबार के
दौरान सोने का भाव 42,126 रुपये प्रति 10 ग्राम तक टूटा।
केडिया
एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि चीन सोने और चांदी का प्रमुख
खरीदार है और कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चीन में कीमती धातुओं की
मांग घट गई है, खासतौर से औद्योगिक धातुओं की मांग काफी कमजोर है इसलिए
चांदी के दाम पर दबाव आया है।
सर्राफा बाजार कारोबारियों ने बताया कि सोने और चांदी में बीते दिनों जोरदार तेजी देखी गई जिसके बाद ऊंचे भाव पर लिवाली घट गई है।
वहीं, वायदे में ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली के कारण सोने और चांदी के दाम पर दबाव आया है।
उधर, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर भी शुक्रवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
कॉमेक्स
पर सोने के अप्रैल वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 57.45 डॉलर
यानी 3.50 फीसदी की गिरावट के साथ 1,585.05 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल
रहा था। वहीं, चांदी के मार्च अनुबंध में पिछले सत्र से 5.82 फीसदी की भारी
गिरावट के साथ 16.63 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था। (आईएएनएस)
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