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आंध्र प्रदेश बनेगा देश का पहला इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी मैन्युफैक्चरिंग हब, अनंतपुर में तैयार होगी स्काई फैक्ट्री

Source : business.khaskhabar.com | Nov 20, 2025 | businesskhaskhabar.com Automobile News Rss Feeds
 andhra pradesh to become the countrys first electric air taxi manufacturing hub sky factory to be built in anantapur 769231हैदराबाद। देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को सड़क और रेल परिवहन के बाद अब आसमान में भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी दिशा में आंध्र प्रदेश सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बंगलूरू स्थित सरला एविएशन के साथ एक महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया है, जिसके तहत अनंतपुर जिले में भारत का पहला गिगा-स्केल इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी मैन्युफैक्चरिंग हब स्थापित किया जाएगा। यह घोषणा विशाखापत्तनम में आयोजित प्रतिष्ठित सीआईआई पार्टनरशिप समिट के दौरान की गई, जहां इसे भारत की भविष्य की एयर मोबिलिटी के लिए गेम-चेंजर प्रोजेक्ट बताया गया। 
अनंतपुर में 500 एकड़ में तैयार होगा विशाल हाई-टेक कैंपसः इस प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा आकर्षण उसका पैमाना है। आंध्र प्रदेश सरकार ने अनंतपुर जिले में 500 एकड़ भूमि को इस हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब के लिए चिह्नित किया है। पहले चरण में सरला एविएशन 1,300 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश करेगी। यह एमओयू मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू तथा राज्य मंत्री बी.सी. जनार्दन रेड्डी की उपस्थिति में सौंपा गया। सरकार का दावा है कि यह प्रोजेक्ट आने वाले वर्षों में आंध्र प्रदेश को एयरोस्पेस उत्पादन का अग्रणी केंद्र बना सकता है। 
दुनिया की सबसे बड़ी स्काई फैक्ट्री की ओर साहसिक कदमः सरला एविएशन इस मेगा प्रोजेक्ट को दुनिया की सबसे बड़ी स्काई फैक्ट्री बता रही है। यह विशुद्ध रूप से इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी और eVTOL श्रेणी के एयरक्राफ्ट की डिजाइनिंग, डेवलपमेंट, टेस्टिंग, सर्टिफिकेशन और ऑपरेशन के लिए एकीकृत कैंपस होगा। इसका मतलब यह है कि इलेक्ट्रिक एयर टेक्नोलॉजी का पूरा वैज्ञानिक और औद्योगिक ढांचा एक ही स्थान पर उपलब्ध होगा। इससे भारत न केवल एशिया बल्कि वैश्विक eVTOL उद्योग में भी महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर सकता है। 
eVTOL एयरक्राफ्ट निर्माण के लिए आधुनिक इकोसिस्टम: इस हब में इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी निर्माण के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं स्थापित की जाएंगी। इनमें उन्नत कॉम्पोजिट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, पावरट्रेन असेंबली लाइनें, एवियॉनिक्स प्रोडक्शन, भारत का सबसे बड़ा विंड टनल, सिम्युलेशन और ट्रेनिंग सेंटर तथा मेंटेनेंस-रिपेयर-ओवरहॉल यानी एमआरओ फैसिलिटी शामिल होंगी। यह ढांचा एयर टैक्सी टेक्नोलॉजी के शोध, प्रशिक्षण, उत्पादन और सेवाओं के लिए एक संपूर्ण इकोसिस्टम तैयार करेगा, जो भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र को नई दिशा देगा। 
दो किलोमीटर लंबे रनवे और VTOL टेस्टिंग पैड से मिलेगी सुपर-टेक सपोर्टः हब में दो किलोमीटर का विशेष रनवे भी बनाया जा रहा है, जो टेस्टिंग और उच्च तकनीकी उड़ान अभ्यास के लिए महत्वपूर्ण होगा। इसके अलावा, वर्टिकल टेक-ऑफ एंड लैंडिंग परीक्षणों के लिए अलग से एक विशाल VTOL टेस्टिंग पैड तैयार होगा। पूर्ण संचालन शुरू होने पर यह फैक्ट्री हर साल लगभग 1,000 इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी उत्पादन करने की क्षमता रखेगी। यह भारत को वैश्विक eVTOL निर्माण केंद्र के रूप में स्थापित कर सकता है। 
रोजगार और स्किल डेवलपमेंट में मिलेगा बड़ा लाभः सरला एविएशन का कहना है कि यह प्रोजेक्ट विकसित भारत 2047 और स्वर्ण आंध्र 2047 के बड़े दृष्टिकोण को आगे बढ़ाता है। इससे हजारों उच्च कौशल वाली नौकरियां तैयार होंगी और एयरोस्पेस सेक्टर के लिए एक नई सप्लाई चेन विकसित होगी। साथ ही इस फैक्ट्री में पायलट ट्रेनिंग, एयर टैक्सी संचालन, तकनीकी प्रशिक्षण और डिजाइन इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में युवाओं के लिए नए अवसर खुलेंगे। 
भारत के एविएशन सेक्टर के लिए रणनीतिक कदमः आंध्र प्रदेश पहला राज्य बन गया है जिसने इतने विशाल पैमाने पर इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी मैन्युफैक्चरिंग हब की स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाया है। यह प्रोजेक्ट घरेलू एयरोस्पेस उत्पादन को मजबूत करेगा, तकनीकी आयात पर निर्भरता कम करेगा और इलेक्ट्रिक व हाइब्रिड एयर यात्रा को बढ़ावा देगा। साथ ही यह आने वाले भविष्य के वर्टिपोर्ट नेटवर्क और एयर टैक्सी रूट्स विकसित करने की दिशा में भी अत्यंत सहायक होगा। वैश्विक स्तर पर eVTOL सर्टिफिकेशन के मानक अभी विकास के चरण में हैं, लेकिन भारत का यह संगठित प्रयास आने वाले वर्षों में देश को विश्व स्तर पर एक प्रमुख स्थान दिला सकता है।

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