हायर ने 3000 करोड़ रुपये का निवेश किया
Source : business.khaskhabar.com | Aug 22, 2018 | 

नई दिल्ली। उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरण बनाने वाली प्रमुख कंपनी हायर एप्लायंसेस इंडिया ने यहां ग्रेटर नोएडा में विनिर्माण सुविधाओं की स्थापना पर कुल 3,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
डीएमआईसीडीसी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इसके अलावा चीनी मोबाइल निर्माता फॉर्मे की भारतीय सहायक फॉर्मे ट्रेडिंग उन तीनों कंपनियों में से एक है, जिन्हें डीएमआईसी इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा (आईआईटीजीएन) परियोजना में अपनी विनिर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए जमीन आवंटित की गई है। अग्रणी ऑडियो निर्माता फेंडा ऑडियो इंडिया की सहायक कंपनी सतक्रिटी इंफोटेन्मेंट को भी टाउनशिप परियोजना में जमीन आवंटित की गई है।
बयान में कहा गया कि ग्रेटर नोएडा में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप उत्तर प्रदेश में पहला स्मार्ट औद्योगिक शहर है, जिसे भारत के सबसे महत्वाकांक्षी 100 अरब डालर की अवसंरचना परियोजना को दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत विकसित किया जा रहा है।
डीएमआईसीडीसी ने कहा कि हायर एप्लायंसेस इंडिया की मूल कंपनी चीन स्थित हायर ग्रुप कॉपोर्रेशन है। इस कंपनी के संयंत्र से 3,950 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार और कई अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने की उम्मीद है। सतक्रिटी इंफोटेन्मेंट को 39,602 वर्ग मीटर (9.8 एकड़) भूमि आवंटित की गई है। कंपनी उपभोक्ता उपकरणों के निर्माण के लिए आईआईटीजीएन में विनिर्माण इकाई में 235 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इस इकाई से 2,000 प्रत्यक्ष और 5,000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। फॉर्मे ट्रेडिंग को 14,232 वर्ग मीटर (3.5 एकड़) भूमि आवंटित की गई है और इसकी आईआईटीजीएन में अपनी नई मोबाइल फोन विनिर्माण इकाई में 100 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना है, जिससे 1,600 रोजगार (600 प्रत्यक्ष और 1000 अप्रत्यक्ष) पैदा होने की संभावना है।
डीएमआईसीडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक अल्केश कुमार शर्मा ने कहा, ‘‘तीन कंपनियों को भूमि आवंटित करने से एक ‘सतत-स्मार्ट-सुरक्षित’ विश्व स्तरीय टाउनशिप, आईआईटीजीएन की तैयारी का संकेत मिलता है, जो भारत और विदेशों से कॉपोर्रेट और उद्योगों को अपनी औद्योगिक इकाइयों की स्थापना करने के लिए प्रोत्साहित करेगा और परेशानी मुक्त व्यापार के अवसर प्रदान करेगा।’’
डीएमआईसी आईआईटीजीएनएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक पार्थसारथी सेन शर्मा ने कहा, ‘‘कंपनियों को भूमि आवंटित करने से डीएमआईसी विकास निगम (डीएमआईसीडीसी) की प्रमुख परियोजना के कार्यान्वयन में तेजी आएगी और यह अधिक से अधिक घरेलू और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आईआईटीजीएन की अद्वितीय आधारभूत सुविधाओं और स्मार्ट गवर्नेंस के कारण इसकी ओर आकर्षित करेगी।’’
(आईएएनएस)
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