त्योहारी मांग से मिल्क पाउडर और घी के दाम में उछाल, मिलावटी घी से कीमतें हो सकती हैं प्रभावित
Source : business.khaskhabar.com | Aug 25, 2025 | 

जयपुर। त्योहारी सीजन की बढ़ती मांग ने डेयरी उत्पादों, विशेषकर स्किम्ड मिल्क पाउडर (एसएमपी), के दाम में भारी उछाल ला दिया है। पिछले एक हफ्ते में एसएमपी की कीमतों में 30 रुपए प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
स्थानीय थोक बाजारों में अमूल ब्रांड का एसएमपी 310 रुपए और बंगाल टाइगर ब्रांड का एसएमपी 345 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। त्योहारों को देखते हुए आइसक्रीम, कन्फेक्शनरी, बेकरी और रेस्टोरेंट जैसे उद्योगों के साथ-साथ हलवाइयों की ओर से एसएमपी की मांग लगातार बढ़ रही है। इस बढ़ती मांग के कारण कीमतों में और भी वृद्धि होने की संभावना है।
व्यापारिक सूत्रों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी दूध पाउडर की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं। मनीला, बांग्लादेश, ओमान और नेपाल जैसे देशों में हल्के एसएमपी की भारी कमी बताई जा रही है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है। इसके अलावा, प्लांटों में बटर (मक्खन) का स्टॉक कम है और उत्पादन लागत भी काफी महंगी हो गई है, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है।
एसएमपी के साथ-साथ लिक्विड दूध के भाव भी जो पहले गिर रहे थे, अब उछल गए हैं। इसका असर देशी घी के बाजार पर भी पड़ रहा है। दीपावली के त्योहार पर देशी घी और मक्खन की खपत बढ़ने वाली है, जिससे माना जा रहा है कि देशी घी की वर्तमान कीमतों में कोई बड़ी गिरावट नहीं आएगी।
हालांकि, बाजार विशेषज्ञों को इस बात की भी चिंता है कि मिलावटी देशी घी के आने से अच्छी गुणवत्ता वाले घी की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं।
मिलावटी उत्पाद कम दाम पर बेचे जाते हैं, जिससे शुद्ध घी को अपने वाजिब दाम पर बेचना मुश्किल हो जाता है। वर्तमान में, जयपुर मंडी में देशी घी की कीमतों में कोई खास उतार-चढ़ाव नहीं है। कुल मिलाकर, बाजार का मौजूदा रुख यह संकेत दे रहा है कि बढ़ती मांग और अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण डेयरी उत्पादों की कीमतें आने वाले समय में स्थिर या और अधिक बढ़ सकती हैं।
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