थोक महंगाई मई में 15.88 फीसदी के साथ रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंची
Source : business.khaskhabar.com | Jun 14, 2022 | 

नई दिल्ली। भारत की थोक मुद्रास्फीति मई 2022 में बढ़कर 15.88 प्रतिशत के
रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई, जो अप्रैल में 15.08 प्रतिशत थी। मंगलवार
को आधिकारिक आंकड़ों से इसकी जानकारी दी गई है। पिछले एक साल से अधिक समय
से थोक महंगाई डबल अंक में है।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मई
में मुद्रास्फीति की उच्च दर मुख्य रूप से खनिज तेलों, कच्चे पेट्रोलियम और
प्राकृतिक गैस, खाद्य वस्तुओं, मूल धातुओं, गैर-खाद्य वस्तुओं, रसायनों और
रासायनिक उत्पादों और खाद्य उत्पादों की कीमतों में इसी महीने पिछले साल
की तुलना में वृद्धि के कारण है।
जैसा कि आंकड़ों से पता चलता है कि
डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर अप्रैल, 2022 में
8.88 प्रतिशत से बढ़कर मई में 10.89 प्रतिशत हो गई।
थोक मूल्य
सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के अनंतिम आंकड़े हर महीने की 14 तारीख (या अगले
कार्य दिवस) को संदर्भ महीने के दो सप्ताह के अंतराल के साथ जारी किए जाते
हैं और संस्थागत स्रोतों और देश भर में चयनित विनिर्माण इकाइयों से प्राप्त
आंकड़ों के साथ संकलित किए जाते हैं।
इसके अलावा, मई के महीने में
भारत की खुदरा मुद्रास्फीति पिछले महीने से कम हो गई और 7.04 प्रतिशत पर आ
गई। हालांकि, यह लगातार पांचवें महीने केंद्रीय बैंक आरबीआई के 6 प्रतिशत
टॉलरेंस बैंड से ऊपर रही।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर
शक्तिकांत दास ने नई मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा विचार-विमर्श में
स्पष्ट रूप से कहा कि देश की खुदरा मुद्रास्फीति 6 प्रतिशत से कम होने से
पहले वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही तक संयमित करने के स्तर से ऊपर रहने की
संभावना है।
दास ने यह भी कहा कि मुद्रास्फीति के अनुमानों में 75 प्रतिशत वृद्धि का श्रेय खाद्य समूह को दिया जा सकता है।
--आईएएनएस
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