इनविट्स: भारत के बुनियादी ढाँचे के विकास की कहानी को सबके लिए सुलभ बनाने का प्रयास
Source : business.khaskhabar.com | Sep 22, 2025 | 

भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर विकास दुनिया की सबसे बड़ी निवेश संभावनाओं में से एक है – और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (InvITs) वह माध्यम हैं, जो आम निवेशकों को इस राष्ट्र-निर्माण यात्रा से जोड़ते हैं।आज सेबी के साथ पंजीकृत 27 इनविट्स लगभग ₹7 लाख करोड़ की परिसंपत्तियों का प्रबंधन कर रहे हैं। इनमें पावर, सड़कें, नवीकरणीय ऊर्जा, टेलीकॉम टावर और पाइपलाइनों जैसे सेक्टर शामिल हैं। अनुमान है कि 2030 तक इनका कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों का आकार तीन गुना बढ़कर लगभग ₹21 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा, जिससे इनविट्स देश के सबसे तेज़ी से बढ़ते निवेश विकल्पों में शामिल हो जाएंगे।“इनविट्स भारत में मौजूद खरबों डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर अवसर को हर निवेशक की पहुंच में लाते हैं – चाहे वह वैश्विक संस्थागत निवेशक हों या स्टॉक एक्सचेंज पर सिर्फ एक यूनिट खरीदने वाला खुदरा निवेशक।” एक नियंत्रित, पारदर्शी और लिक्विड रास्ता* स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई और बीएसई) पर सूचीबद्ध यूनिट्स के जरिए निवेशक सिर्फ एक यूनिट से भी शुरुआत कर सकते हैं – जिससे इक्विटी जैसी लिक्विडिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी स्थिर आय, दोनों का फायदा मिलता है।* इनविट्स को कम-से-कम 80% आय उत्पन्न करने वाली परिसंपत्तियां रखनी होती हैं और अपनी नेट डिस्ट्रीब्यूटेबल कैश फ्लो (NDCF) का कम-से-कम 90% निवेशकों को वितरित करना अनिवार्य है, आमतौर पर अर्धवार्षिक या तिमाही आधार पर।* 70% तक का लीवरेज कैप और AAA क्रेडिट रेटिंग की आवश्यकता संतुलित बैलेंस शीट और भरोसेमंद नकदी प्रवाह सुनिश्चित करती है।“निवेशकों के लिए, इनविट्स एक दुर्लभ संयोजन प्रस्तुत करते हैं – फिक्स्ड इनकम जैसी स्थिरता और इक्विटी जैसी लिक्विडिटी।” भारत के विकास की अगली लहर को शक्ति देते हुएइनविट्स सिर्फ निवेश का साधन नहीं हैं, बल्कि एक नीतिगत नवाचार भी हैं। ये पहले से तैयार और चल रही इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को मुनाफे में बदलकर पूंजी को दोबारा नए प्रोजेक्ट्स में लगाते हैं। इससे डेवलपर्स को पूंजी मिलती है, जिसे वे अगली पीढ़ी की राष्ट्रीय परियोजनाओं—जैसे ट्रांसमिशन लाइनें, नवीकरणीय ऊर्जा पार्क, हाईवे और शहरी सुविधाएँ—में लगा सकते हैं।यह कैपिटल-चर्न मॉडल सरकार की नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (NIP) और नेशनल मानेटाइजेशन प्लान (NMP) का मुख्य आधार है, जो विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की ओर खरबों रुपये का निवेश आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।“इनविट्स भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति का वित्तीय इंजन हैं – आज पूंजी को अनलॉक कर रहे हैं ताकि कल की परियोजनाएं और तेज़ी से बन सकें।” भारत के कोर इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश का नया तरीकापहले निवेशक केवल डेवलपर्स के शेयर खरीदकर या ऋण साधनों के माध्यम से ही इंफ्रास्ट्रक्चर में भाग ले सकते थे। इनविट्स ने यह नियम बदल दिया है – अब निवेशक सीधे आय उत्पन्न करने वाली परिसंपत्तियों के आंशिक मालिक बन सकते हैं, नियमित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं और इसे इक्विटी शेयर की तरह आसानी से ट्रेड कर सकते हैं।“इनविट्स इंफ्रास्ट्रक्चर स्वामित्व को सबके लिए आसान और सुलभ बनाते हैं – जिससे हर निवेशक वास्तव में देश की बिजली लाइनों, सड़कों और नवीकरणीय ऊर्जा परिसंपत्तियों का एक हिस्सा अपना बना सकता है।”______________इंडीग्रिड: एक मानक स्थापित करते हुएइंडीग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (IndiGrid) देश का पहला और सबसे बड़ा सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध पावर सेक्टर इनविट है, जिसे वैश्विक निवेश कंपनी केकेआर द्वारा प्रायोजित किया गया है। जून 2017 में लिस्टिंग के बाद से इंडीग्रिड उद्योग के लिए एक मिसाल बन गया है:* प्रबंधन के अधीन परिसंपत्तियां: लगभग ₹32,400 करोड़ (US$3.7 बिलियन)* मार्केट कैपिटलाइजेशन: लगभग ₹14,200 करोड़* भारत की सभी प्रमुख रेटिंग एजेंसियों से AAA रेटेड* पोर्टफोलियो:• 20 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 43 पावर प्रोजेक्ट्स• लगभग 9,336 सर्किट-किमी लंबाई वाली 53 ट्रांसमिशन लाइनें• 25,050 MVA ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता वाले 16 सबस्टेशन• 1.1 GW (DC) सोलर उत्पादन क्षमता• 450 MW / 900 MWh बैटरी ऊर्जा भंडारण क्षमताशुरुआत से अब तक इंडीग्रिड ने प्रति यूनिट ₹105.32 यानी कुल लगभग ₹6,541 करोड़ निवेशकों को वितरित किए हैं और लगभग 174% का टोटल रिटर्न दिया है, जिसमें नकद वितरण और यूनिट मूल्य वृद्धि दोनों शामिल हैं।“पावर ट्रांसमिशन से लेकर बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा और अत्याधुनिक बैटरी ऊर्जा भंडारण तक – इंडीग्रिड दिखाता है कि इनविट्स कैसे भारत में ऊर्जा संबंधी बदलाव की यात्रा को गति देते हुए निवेशकों को स्थिर और दीर्घकालिक रिटर्न प्रदान कर सकते हैं।” मेघना पंडित, चीफ फ़ाइनेंशियल ऑफिसर, इंडीग्रिड, ने कहा:“इनविट्स एक ऐसा अनोखा निवेश प्लेटफॉर्म है, जो डेवलपर्स को पहले से तैयार और चल रही इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में फंसी पूंजी को अनलॉक कर नए प्रोजेक्ट्स में लगाने का अवसर देते हैं। साथ ही यह निवेशकों को भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ स्टोरी में सीधे भागीदारी और स्थिर रिटर्न प्रदान करते हैं। कम-से-कम 80% आय उत्पन्न करने वाली परिसंपत्तियां रखना और 90% से अधिक नकदी प्रवाह वितरित करना – यह सब मजबूत गवर्नेंस और भरोसेमंद रिटर्न सुनिश्चित करता है।”“इंडीग्रिड में हमने इस मॉडल को लगातार लागू किया है – पावर ट्रांसमिशन, सौर और बैटरी-एनर्जी-स्टोरेज परिसंपत्तियों का विविध पोर्टफोलियो बनाकर, AAA रेटिंग बनाए रखकर और संतुलित लीवरेज अपनाकर। 2017 की लिस्टिंग से अब तक हमने अपने निवेशकों को ₹6,500 करोड़ से अधिक वितरित किए हैं, जो हमारे बिज़नेस मॉडल की मजबूती और भारत की स्वच्छ ऊर्जा व ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर की अपार संभावनाओं को दर्शाता है।”
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