उत्पादक मंडियों में नए बिनौला की आवक शुरू, खल के भाव चढ़े
सत्य ट्रेडिंग कंपनी के दिनेश वैद ने बताया कि पिछले साल किसानों को अच्छी कीमतें न मिलने के कारण बिनौला की बिजाई में इस वर्ष कमी बताई जा रही है। गत वर्ष कपास की फसल में रोगों का अत्यधिक प्रकोप था, इस कारण भी इस बार कपास की बिजाई का स्तर बहुत नीचे आ गया है। फलस्वरूप इस साल बिनौला का उत्पादन कम होने की संभावना है। हालांकि पिछले माह से उत्तर भारत की हरियाणा, पंजाब और राजस्थान की कुछ मंडियों में नए नरमा की खरीद शुरू हो गई है।
मुजफ्फरनगर मंडी में नए गुड़ की आवक शुरू, भावों में गिरावट
उल्लेखनीय है कि गुड़ का सीजन छह माह चलता है। और अगले छह माह तक कोल्ड स्टोरों से गुड़ की सप्लाई होती है। सीजन के दौरान कोल्ड स्टोरों में गुड़ का भंडारण तकरीबन 15 लाख कट्टे के आसपास हो जाता है। हालांकि इसमें कमी बेशी भी हो जाती है। इस बीच रिटेल काउंटरों पर खेरुज में गुड़ के भाव 60 से 70 रुपए प्रति किलो तक बोले जा रहे हैं। कहीं-कहीं विशेष पैकिंग में गुड़ की कीमतें 100 रुपए प्रति किलो भी बोली जा रही हैं।